गाड़ी
आने की कोई सही सूचना नहीं मिल पा रही थी, इधर प्यास से मेरा गला सूखे जा
रहा था. अजीब स्टेशन था बाँकुड़ा! पानी का पाइप फट गया था, दो दिन
से पानी नहीं आ रहा था. देखा-...
केशव कहि न जात...
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